Saturday, October 17, 2015

Govt.बाबु(LDC) और मिस्त्री

एक वैल्डिन्ग मिस्त्री काफी दिनो से एक Govt.बाबु(LDC) को तन्ख्वाह ज्यादा होने व काम कम
होने के ताने दे रहा था | एक दिन बाबुजी का खून
खौल उठा वह घर से एक टूटी बाल्टी की कड़ी
डलवाने व पुराना टूटा हुआ हत्था लेकर उस मिस्त्री
के पास जा पहुँचा |
मिस्त्री ने 100 रू मरम्मत खर्च बताया ...बाबु
बोला - 150 रू दे दूँगा ..पर कुछ नियम ध्यान में
रखना...
.
मिस्त्री राजी होकर बोला -बताओ बाबुजी..?
.
बाबुजी ने एक रजिस्टर निकाला और मिस्त्री से
बोला - ये लो इस मे रिकार्ड भरना...
1.बाल्टी किस सन में बनी व कब टूटी (RTI)
2.बाल्टी किस हाथ से बनी है SC/SBC/ST/OBC
3.बाल्टी की मरम्मत में खर्च वैल्डर,बिजली,पानी
व समय का बयौरा दर्ज करना होगा
4.मरम्मत से पहले व बाद मे बाल्टी का वजन लिखना
होगा
5.हत्थे में कितनी जंग लग चुकी है ...उसका वजन दर्ज
करना होगा
6. ये सारी जानकारी भरकर सरपंच व नंबरदार के
मोहर सहित साईन और चार गवाहो के साईन जरूर
होने चाहिए
इतना सुनते ही मिस्त्री ने रजिस्टर फैक दिया और
बोला ="ये काम तो मैं 1500 रु में भी नही कर
सकता..."
बाबु बोला = जितना काम तुम करने से घबरा गए
हो ...उतना कम तो हम बाबु लोग एक घन्टे में कर देत् हैं ...!!
(मिस्त्री कोमा मे है )

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