Saturday, October 3, 2015

छोटी-छोटी फ़िल्मी बेवकूफिया

कभी सोचा है आपने कि आपकी पसंदीदा फिल्मों में भी कितनी छोटी-छोटी बेवकूफियां की गई हैं। पढ़िए कुछ सुपरहिट फिल्मों की सिली गलतियां।

रा-वन -
फिल्म में शाहरुख दक्षिण भारतीय बने हैं, लेकिन जब उनकी मौत होती है तो उन्हें क्रिश्चियन परंपरा के अनुसार दफनाया  है, लेकिन बाद में हम देखते हैं कि उनकी अस्थियां पानी में बहाई जा रही हैं। हां भई सभी को खुश रखना पड़ता है न!

अमर अकबर एंथोनी -
तीन लोग एक साथ एक ही महिला के लिए रक्तदान कर रहे हैं। अरे भई साइंस इमोशन से बढ़कर थोड़े ही है!

लगान -
यह फिल्म 18वीं सदी की कहानी है और उस वक्त एक ओवर में 8 बॉल हुआ करती थीं। लेकिन फिल्म में एक ओवर में 6 गेंदें दिखाई गई हैं। शायद 8 गेंद में फिल्म और भी लंबी हो जाती। है न!

बागबान -
अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी होली के तुरंत बाद 6 महीनों के लिए अलग हो जाते हैं यानी मार्च से लेकर सितंबर तक के लिए। लेकिन इन्हीं 6 महीनों में वे वेलेंटाइन-डे मना लेते हैं, जो कि फरवरी में आता है और करवाचौथ मनाते हैं, b अक्सर अक्टूबर में पड़ती है। क्या करें टाइम कम था इमोशन ज्यादा!

प्यार तो होना ही था -
काजोल पब्लिक टॉयलेट यूज करने के लिए ट्रेन से एक स्टेशन पर उतरती हैं और उनकी ट्रेन छूट जाती है। बेचारी को शायद पता नहीं होगा कि ट्रेन के हर कंपार्टमेंट में चार टॉयलेट होते हैं!
शोले -
जया बच्चन पूरी फिल्म में लालटेनें जलाती रहती हैं, क्योंकि गांव में बिजली नहीं है। तो भई ये बताओ कि वीरू जिस टंकी पर चढ़कर सुसाइड कर रहा था,
उसमें बिना बिजली के पानी ठाकुर चढ़ाता था।

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